छत्तीसगढ़

केंद्रीय विद्यालय मौहारपारा में ‘ऑनलाइन सुरक्षा’ पर बालिकाओं को मिला डिजिटल साइबर सुरक्षा का प्रशिक्षण

*केंद्रीय विद्यालय मौहारपारा में ‘ऑनलाइन सुरक्षा’ पर बालिकाओं को मिला डिजिटल साइबर सुरक्षा का प्रशिक्षण*

*बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ अभियान के तहत बालिकाओं को मिला साइबर जागरूकता का सशक्त मंच*

एमसीबी से कैलाश गिरी की रिपोर्ट

*एमसीबी/23 जुलाई 2025/* जिले में बालिकाओं की सुरक्षा और डिजिटल सशक्तिकरण की दिशा में एक और महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए केंद्रीय विद्यालय मौहारपारा, मनेंद्रगढ़ में “ऑनलाइन सुरक्षा एवं साइबर जागरूकता” विषय पर तृतीय सत्र का सफल आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम भारत सरकार की महत्वाकांक्षी योजना “बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ” के तहत महिला एवं बाल विकास विभाग द्वारा आयोजित किया गया। कार्यक्रम का संचालन जिला कलेक्टर एवं दंडाधिकारी डी. राहुल वेंकट के आदेशानुसार तथा जिला कार्यक्रम अधिकारी आर. के. खाती के मार्गदर्शन एवं पुलिस अधीक्षक चन्द्र मोहन सिंह के सहयोग से किया गया। कार्यक्रम का कुशल संचालन महिला सशक्तिकरण (हब) मिशन शक्ति के अंतर्गत जिला मिशन समन्वयक श्रीमती तारा कुशवाहा के नेतृत्व में हुआ। यह सत्र बालिकाओं के प्रति बढ़ते साइबर अपराधों के प्रति जागरूकता को केंद्र में रखकर तैयार किया गया था, जिसमें ऑनलाइन धोखाधड़ी, डेटा चोरी, बैंकिंग जालसाजी, मैलवेयर अटैक, रैनसमवेयर, सॉफ्टवेयर चोरी, डी-डॉस हमले और साइबर जासूसी जैसे गंभीर डिजिटल खतरों पर विस्तार से चर्चा की गई। इस सत्र में पुलिस विभाग से श्रीमती उषा राजवाड़े ने बालिकाओं को इंटरनेट से जुड़े खतरों से सचेत रहने के लिए प्रेरित किया और सोशल मीडिया के सुरक्षित उपयोग के साथ-साथ साइबर अपराधों की पहचान एवं उससे बचाव के उपायों पर व्यावहारिक जानकारी दी। इसी क्रम में श्रीमती अंजनी यादव, जिला विधिक सेवा प्राधिकरण बैकुंठपुर जिला कोरिया की (अधिकार मित्र) (पी. एल. वी.), कार्य क्षेत्र झगराखांड थाना मनेंद्रगढ़, ने बालिकाओं को बढ़ते अपराधों के प्रति जागरूक करते हुए आत्मरक्षा के तरीके साझा किए। महिला एवं बाल विकास विभाग के अधिकारी ने बेटियों को साइबर दुनिया में सुरक्षित रखने के लिए आवश्यक जानकारी दी और चाइल्ड हेल्पलाइन 1098 के माध्यम से आपात स्थिति में सहायता प्राप्त करने के तरीके बताए। आज के कार्यक्रम के दौरान आर.के. खाती सर के द्वारा बालिकाओं को उनके संवैधानिक अधिकारों, शिक्षा के महत्व, आत्मरक्षा कौशल और डिजिटल साक्षरता के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने के लिए प्रेरित किया गया। मिशन शक्ति की जेंडर विशेषज्ञ सुश्री शैलजा गुप्ता एवं वित्तीय साक्षरता समन्वयक श्रीमती अनीता कुमारी साह ने उपस्थित बालिकाओं को सरकार की विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं जैसे नोनी सुरक्षा योजना, सक्षम योजना, सखी निवास, शक्ति सदन, नारी अदालत, महतारी वंदन योजना, मातृ वंदन योजना और नवा बिहान योजना की जानकारी दी और उनके लाभों को विस्तार पूर्वक समझाया। इस पूरे आयोजन में केंद्रीय विद्यालय मौहारपारा के प्राचार्य जे. के. खाखा, शिक्षिका श्रीमती भारती साव, रमेश कुमार, श्रीमती पूजा शर्मा, गणेश एवं श्रीमती सोनाली राय ने सक्रिय सहयोग प्रदान किया। कार्यक्रम में भाग लेने वाली बालिकाओं ने पूरे सत्र में गहरी रुचि दिखाई और साइबर सुरक्षा से जुड़े विभिन्न विषयों पर सवाल-जवाब कर अपनी जिज्ञासाओं को शांत किया। इस प्रभावशाली जागरूकता सत्र का समापन बालिकाओं के सुरक्षित, सशक्त और उज्ज्वल भविष्य की मंगलकामनाओं के साथ किया गया। यह आयोजन न केवल मनेंद्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले में डिजिटल सुरक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ाने में मील का पत्थर साबित हुआ, बल्कि बालिकाओं के आत्मविश्वास और आत्मरक्षा के संकल्प को भी और अधिक दृढ़ किया।

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