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बिहान योजना से आत्मनिर्भरता की मिसाल बनी शांति दीदी

शांति दीदी ने सेट्रींग प्लेट व्यवसाय से पाई नई पहचान और सम्मान

बिहान योजना से आत्मनिर्भरता की मिसाल बनी शांति

शांति दीदी ने सेट्रींग प्लेट व्यवसाय से पाई नई पहचान और सम्मान

एमसीबी से कैलाश गिरी की रिपोर्ट

एमसीबी/15 जुलाई 2025/ छत्तीसगढ़ राज्य के मनेन्द्रगढ़-चिरमिरी-भरतपुर जिले के विकासखण्ड मनेन्द्रगढ़ अंतर्गत ग्राम पंचायत सेमरिया की दुर्गा महिला स्वयं सहायता समूह की महिलाएं आज अपने आत्मबल और मेहनत के दम पर सामाजिक और आर्थिक रूप से नई पहचान बना रही हैं। इस समूह का गठन 10 दिसंबर 2017 को किया गया था, जिसमें कुल 10 महिलाएं सदस्य हैं। यह समूह मुख्य रूप से सेट्रींग प्लेट निर्माण जैसी उपयोगी और पर्यावरण हितैषी गतिविधियों से जुड़ा है।

लोन से शुरू किया व्यवसाय, बनीं आत्मनिर्भरता की प्रतीक

दुर्गा महिला समूह की सदस्य शांति ने अपने जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए साहसिक कदम उठाया। बिहान योजना के अंतर्गत उन्होंने समूह से 60,000 रुपए का लोन प्राप्त कर सेट्रींग प्लेट निर्माण का कार्य प्रारंभ किया। यह कार्य उनके लिए केवल आय का साधन ही नहीं, बल्कि आत्मसम्मान और स्वावलंबन का आधार बन गया है।

हर महीने 4000 से 5000 रुपये की आमदनी से मिली नई ऊर्जा

शांति दीदी ने अपने इस लघु उद्यम को ईमानदारी और मेहनत के साथ आगे बढ़ाया। वर्तमान में वे हर महीने 4000 से 5000 रुपये की आय प्राप्त कर रही हैं। यह आय उन्हें न केवल आर्थिक मजबूती प्रदान कर रही है, बल्कि उनके पूरे परिवार की जीवनशैली में भी उल्लेखनीय सुधार ला रही है।

शांति अपने परिवार और समाज में बनी नई पहचान

शांति का कहना है कि बिहान योजना से जुड़ने के बाद उन्होंने खुद को एक नई दिशा में अग्रसर होते देखा है। पहले जो कार्य सिर्फ पुरुषों तक सीमित माने जाते थे, उनमें आज महिलाएं भी आत्मविश्वास के साथ आगे बढ़ रही हैं। शांति आज समाज में एक प्रेरणास्रोत के रूप में जानी जाती हैं, और उनकी पहचान सिर्फ एक गृहिणी नहीं बल्कि एक उद्यमी महिला के रूप में हो चुकी है।

शान्ति के लिए दुर्गा महिला स्वयं सहायता समूह बना सशक्तिकरण का आधार

दुर्गा महिला स्वयं सहायता समूह की यह सफलता सिर्फ शांति तक सीमित नहीं है, बल्कि यह समूह की हर महिला के आत्मबल का प्रमाण है। यह समूह ग्रामीण महिलाओं के जीवन में आत्मनिर्भरता, सम्मान और स्वरोजगार की नई राहें खोल रहा है। बिहान योजना और समूह के सहयोग से आज यह महिलाएं किसी पर निर्भर नहीं हैं, बल्कि दूसरों को भी आगे बढ़ने की प्रेरणा दे रही हैं।

महिलाओं को स्वावलंबन बना रहा छत्तीसगढ़ की योजनाएं

छत्तीसगढ़ सरकार की बिहान जैसी योजनाएं ग्रामीण क्षेत्रों की महिलाओं को न केवल आर्थिक मदद प्रदान करती हैं, बल्कि उन्हें आत्मनिर्भरता की राह दिखाकर सामाजिक सशक्तिकरण की ओर अग्रसर करती हैं। सेमरिया की शांति और दुर्गा महिला समूह की यात्रा इस बात का प्रमाण है कि जब महिलाएं संगठित होती हैं, तो वे समाज को बदलने की ताकत रखती हैं।

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